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ऐसे न हवस रुकेगी न हिंसा || आचार्य प्रशांत (2024)

2025-02-14 1 Dailymotion

वीडियो जानकारी: 15.08.24, प्रश्नोत्तरी सत्र, गोवा

ऐसे न हवस रुकेगी न हिंसा || आचार्य प्रशांत (2024)

📋 Video Chapters:
0:00 - Intro
2:01 - महिलाओं के प्रति व्यवहार
10:01 - महिलाओं के प्रति दृष्टिकोण और Woman Consumption
15:05 - महिलाओं का शोषण और पुरुषों द्वारा भोगने की प्रवृत्ति
23:31 - Point of No Return का विश्लेषण
24:44 - समापन

विवरण:
इस वीडियो में आचार्य प्रशांत ने समाज में महिलाओं के प्रति हो रहे अन्याय और शोषण पर गहरी चिंता व्यक्त की है। वे यह बताते हैं कि कैंडल लाइट मार्च जैसे विरोध प्रदर्शन केवल बाहरी दिखावा हैं, जबकि असली समस्या हमारे भीतर की सोच और व्यवहार में निहित है। वे सवाल उठाते हैं कि जब हम अपने घरों में बेटियों, पत्नियों और माताओं के साथ भेदभाव करते हैं, तो समाज में महिलाओं के खिलाफ हो रहे अपराधों को कैसे रोक सकते हैं।

आचार्य प्रशांत का कहना है कि समाज में बदलाव लाने के लिए हमें अपनी सोच और व्यवहार में बदलाव लाना होगा। वे यह भी बताते हैं कि जब तक हम अपने भीतर की मानसिकता को नहीं बदलते, तब तक बाहरी दुनिया में बदलाव संभव नहीं है। वे यह भी कहते हैं कि हम केवल कुछ अपराधियों को सजा देकर अपनी जिम्मेदारी से बच नहीं सकते, बल्कि हमें अपने भीतर की सोच को भी बदलना होगा।

प्रसंग:
~ समाज में बलात्कार जैसे दर्दनाक मुद्दे क्यों सामने आते हैं?
~ बलात्कार कैसे थमेगा?
~ महिलाओं को सुरक्षा कैसे मिले?
~ बलात्कार की समस्या को रोकने का सबसे सही तरीका क्या है?
~ बलात्कार बढ़ने की वजह क्या है?
~ बलात्कार जैसे कुकृत्यों को कैसे रोकें?
~ बलात्कार रोकने में अध्यात्म किस प्रकार सहायता करता है?
~ सामाजिक कुकृत्यों का समाधान कैसे करें?
~ बलात्कार रोकने के लिए समाज को क्या करना चाहिए?
~ बलात्कार रोकने के लिए सरकार को कैसा कदम उठाना चाहिए?
~ महिलाओं के प्रति हिंसा कैसे रुके?
~ उपभोगतावाद किस प्रकार हिंसा के लिए ज़िम्मेदार है?
~ महिलाएं अपनी सुरक्षा किस प्रकार करें?

संगीत: मिलिंद दाते
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